सिरिधान्य मिलेट दलिया (गाँजी/गंजी/पॉर्रिज)
मिलेट दलिया (जिसे मिलेट गंजी, या मिलेट दलिया, या मिलेट ग्रुएल/पॉर्रिज भी कहा जाता है) यह अन्य पेय जैसे चाय, कॉफी और अन्य पश्चिमी नाश्ते जैसे कॉर्न-फ्लेक, अनाज आदि का अच्छा और स्वस्थ है। हमारे पूर्वज अपने दिन की शुरुआत अनाज के दलिये से करते और इसे पूर्ण और पौष्टिक भोजन माना जाता था।
गंजी खाने से आपके भोजन की क्रेविंग (भूख़) में सुधार होगा, और यह लाभकारी है और इसका सेवन सभी आयु वर्गों द्वारा किया जा सकता है। यहाँ हम आपके लिए डॉ. खादर वल्ली द्वारा प्रस्तावित सिरिधान्य मिलेट दलिया/गंजी रेसिपी लेकर आए हैं।
गंजी खाने से आपके भोजन की क्रेविंग (भूख़) में सुधार होगा, और यह लाभकारी है और इसका सेवन सभी आयु वर्गों द्वारा किया जा सकता है। यहाँ हम आपके लिए डॉ. खादर वल्ली द्वारा प्रस्तावित सिरिधान्य मिलेट दलिया/गंजी रेसिपी लेकर आए हैं।
Servings 3 people
Equipment
- Cup
- Kadhai/Pan
Ingredients
- 1 कप कोदरा मिलेट (दलिये में किसी भी एक सिरिधान्य मिलेट का उपयोग किया जा सकता है)
- 1 कप पानी
- मसाले (नमक, जीरा पाउडर, काली मिर्च पाउडर, अजवायन पाउडर, हरी मिर्च पेस्ट)
- सब्जियाँ (गाजर, टमाटर, हरा धनिया, प्याज – मौसम के अनुसार अन्य सब्जियों को भी इस्तेमाल किया जा सकता)
Instructions
- मिलेट को धोएं और मिक्सी के जार में रवा की तरह मोटा पीस लें
- चार कप पानी में छह घंटे के लिए भिगो दें (सुबह पकाने के लिए रात को भिगो दें और शाम को पकाने के लिए सुबह भिगो दें)
- सभी सब्जियों को बारीक काट लें और उन्हें भिगोए हुए मिलेट में डाले और मिट्टी के बर्तन में धीमी आंच पर पकाएं।
- बचे हुए छह कप पानी (गर्म या गुनगुना) को धीरे-धीरे डालते रहें जब तक उसमें पानी खत्म नहीं हो जाता है।
- लगभग 20 मिनट के बाद मसाले पाउडर (जीरा पाउडर, काली मिर्च पाउडर, अजवायन पाउडर) मिलाएं।
- पूरी तरह से पक जाने के बाद चूल्हे से बंद कर दें, धनिया पत्ती डालें और अच्छी तरह मिलाएँ।
Notes
ध्यान देने योग्य बातें:
1) दलीये को घर में बने रवा के साथ तैयार किया जाना चाहिए और दुकानों से खरीदे गए रवा के साथ नहीं।
2) सब्जियों को चुनने में डॉ. खादर जी द्वारा दिए गए सुझावों का पालन कर सकते हैं।
3) मिट्टी के बर्तन में पके हुए दलिये का स्वाद बेहतर होता है ।
4) दलिये में किसी भी एक सिरिधान्य मिलेट का उपयोग किया जा सकता है।
1) दलीये को घर में बने रवा के साथ तैयार किया जाना चाहिए और दुकानों से खरीदे गए रवा के साथ नहीं।
2) सब्जियों को चुनने में डॉ. खादर जी द्वारा दिए गए सुझावों का पालन कर सकते हैं।
3) मिट्टी के बर्तन में पके हुए दलिये का स्वाद बेहतर होता है ।
4) दलिये में किसी भी एक सिरिधान्य मिलेट का उपयोग किया जा सकता है।